कीड़े-मकौड़े के काट लेने पर फिटकरी के टुकड़े को उस जगह पर रगड़ें। ऐसा करने से काटने की जगह पर हुई सूजन, घाव और लालिमा दूर होती है।
नारियल का पानी पीने से पथरी में फायदा होता है। पथरी होने पर नारियल का पानी पीना चाहिए।15 दाने बडी इलायची के एक चम्मच, खरबूजे के बीज की गिरी और दो चम्मच मिश्री, एक कप पानी में मिलाकर सुबह-शाम दो बार पीने से पथरी निकल जाती है।पका हुआ जामुन पथरी से निजात दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पथरी होने पर पका हुआ जामुन खाना चाहिए।आंवला भी पथरी में बहुत फायदा करता है। आंवला का चूर्ण मूली के साथ खाने से मूत्राशय की पथरी निकल जाती है।जीरे और चीनी को समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच ठंडे पानी से रोज तीन बार लेने से लाभ होता है और पथरी निकल जाती है।सहजन की सब्जी खाने से गुर्दे की पथरी टूटकर बाहर निकल जाती है। आम के पत्ते छांव में सुखाकर बहुत बारीक पीस लें और आठ ग्राम रोज पानी के साथ लीजिए, फायदा होगा।
1 पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं लेने से जोड़ों में मौजूद तरल पदार्थ का निर्माण कम होता है, जिससे लचीलापन कम हो जाता है और जोड़ों में अकड़न के साथ मांसपेशियों में भी दर्द की समस्या बढ़ने लगती है।2 शरीर में प्रोटीन की कमी से सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होती जाती है और हीमाग्लोबिन भी कम हो सकता है। इन कारणों से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होती है।3 प्रोटीन की कमी से रक्त में शर्करा का स्तर कम होता है, जिससे शारीरिक कमजोरी महसूस होने के साथ ही थकावट जैसी परेशानियां पैदा होती है। इसके अलावा आपको बार-बार भूख लगने का कारण भी प्रोटीन की कमी हो सकती है।4 आपके सौंदर्य के लिहाज से भी प्रोटीन बेहद जरूरी है। अगर सही मात्रा में प्रोटीन नहीं लिया गया, तो इसका असर आपके बाल और नाखूनों पर भी नकारात्मक होता है।5 अगर आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं और शारीरिक दर्द की समस्या से गुजर रहे हैं, तो इसका कारण भी प्रोटीन की कमी हो सकती है, क्योंकि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आने का एक बड़ा क
प्रोटीन का मुख्य कार्य शरीर की मरम्मत करना और निर्माण करना होता है। आवश्यकता की कुल कैलोरी 20 से 35 प्रतिशत प्रोटीन से आनी चाहिए। फिर भी प्रतिदिन प्रोटीन की कितनी मात्रा लेनी चाहिए यह व्यक्ति की उम्र, वजन और उसके रोज के कार्य पर निर्भर करता है। 1 ग्राम प्रोटीन में 4 कैलोरी होती है। अगर कोई प्रतिदिन 2000 कैलोरी का सेवन करता है तो उसमें से 600 कैलोरी प्रोटीन से आनी चाहिए।वैसे तो प्रोटीन सेहत के लिए बेहद आवश्यक तत्व है लेकिन कई बार प्रोटीन की अनावश्यक खुराक शरीर को नुकसान भी पहुंचाती है। कुछ लोग तो प्रोटीन के प्राकृतिक स्त्रोतों को अनदेखा करके दवाइयों और अन्य आर्टिफिशियल तत्वों से प्रोटीन की कमी को पूरा करने में लगे रहते हैं
1. अगर आप शरीर की कैलोरी बर्न करना व वजन कम करना चाहते हैं, तो काली मिर्च का पाउडर बनाकर गुनगुना पानी के साथ पिए। इससे शरीर में बढ़ा हुआ फैट कम होने में मदद मिलती है।2. अगर आपको जुकाम हो गया है, तो आप काली मिर्च का पाउडर बनाकर गर्म दूध में मिलाएं और पिए। कुछ दिन ऐसा करने से आपको छींक आना और जुकाम से राहत मिलेगी।3. जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें एक कप पानी में नींबू का रस, काली मिर्च का पाउडर और नमक डालकर पीना चाहिए। इससे गैस व कब्ज की समस्या से कुछ ही दिनों में राहत मिलेगा।4. अगर आपको स्टेमिना कम महसूस होता है और इसे बढ़ाना चाहते हैं, तो गुनगुने पानी के साथ काली मिर्च का सेवन करें। इससे शरीरिक क्षमता बढ़ती है।5. अगर आपको डिहाइड्रेशन की समस्या रहती है, तो भी आप काली मिर्च को गुनगुने पानी के साथ पिएं। ऐसा करने से आपको समस्या से राहत मिलेगी।
सेब का सिरका आपके दांतों का पीलापन हटाकर, आपको तुरंत सफेद और चमकदार मुस्कान दे सकता है। दरअसल यह गहराई और कोमलता के साथ आपके दांतों की आंतरिक सफाई करने में सक्षम होता है। इससे आपके अम्लीयता होने पर भी पीएच की समानता बनी रहती है, और दांत पहले से अधिक साफ, सफेद और चमकदार दिखाई देते हैं। इतना ही नहीं, यह आपके मसूढ़ों को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है।इस सिरके से अपने दांत चमकाने के लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस लगभग एक कप पानी में आधा चम्मच सेब का सिरका लें और अपने टूथब्रश की सहायता से दांतों पर इससे तब तक ब्रश करें, जब तक आपके दांत पूरी तरह से साफ न हो जाएं। दांतों के दाग हटने के साथ ही धीरे-धीरे आपके दांतों पर चमक भी आ जाएगी
खाली समय में गुड़ और चने जैसा स्वाद का कांबिनेशन और कहीं नहीं मिलता। कई बार कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए भी लोग गुड़ और चने खाना पसंद करते हैं। लेकिन इन सभी के अलावा एनीमिया से बचने में भी गुड़ और चना बेहद फायदेमंद है।रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाला रोग एनीमिया अधिकांशत: महिलाओं में देखने को मिलता है। खास तौर से आयरन की कमी के कारण यह समस्या सामने आती है, जिसमें थकान और कमजोरी महसूस होना आम बात है। ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट में आयरन से भरपूर चीजें लेने की सलाह दी जाती है, ताकि हीमोग्लोबिन का स्तर कम न हो।गुड़ और चना आयरन से भरपूर होता है, और यही कारण है कि एनीमिया से बचने के लिए यह बेहद मददगार साबित होता है। गुड़ में उच्च मात्रा में आयरन होता है, और इसमें सामान्य शर्करा भी पाई जाती है। इसे अलावा भुने हुए चने में आयरन के साथ-साथ प्रोटीन भी सही मात्रा में पाया जाता है।
1 खालीपेट चाय पीना हमेशा हानिकारक ही होता है। यह एसिडिटी बढ़ाने के साथ ही फ्री रेडिकल्स और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकती है और जल्दी बुढ़ापा आ सकता है। इसके लिए सुबह उठते ही चाय की जगह पानी पिएं और उसके आधे घंटे बाद ही चाय लें।2 कुछ लोगों की आदत होती है, खाना खाने के ठीक बाद चाय पीने की। लेकिन यह तरीका तो और भी गलत है। ऐसा करने से खाना खाने पर आपके शरीर को मिले पोषक तत्व अवशोषित नहीं हो पाते।3 चाय बनाते समय इसे अच्छी तरह उबालना तो जरूरी है लेकिन अतिरिक्त उबालना नहीं। चाय को अत्यधिक उबालकर या कड़क करके पीना सबसे बड़ी गलती है। यह तरीका एसिडिटी की वजह बनता है। इसके लिए पानी को अच्छी तरह उबालकर, आंच से उतारने से पहले ही उसमें चाय पत्ती डालें।4 चाय का अत्यधिक सेवन हानिकारक है। कुछ मायनों में चाय बिल्कुल अल्कोहल की तरह है, जो आपकी मांसपेशियों को सक्रिय जरूर करती है लेकिन इसका अधिक सेवन बेहद हानिकारक है। इसका सीमित सेवन करें।5 चाय में कुछ औषधियों जैसे तुलसी आदि का प्रयोग करना भी एक गलती हो सकती है, क्योंकि चाय में मौजूद कैफीन इन औषधियों के गुणों के अवशोषण में बाधक होता है।
1 चुकंदर खाएं रोजाना,शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी होगीपूरी*1. चुकंदर का सेवन करने से एनीमिया, कब्ज, माहवारी की समस्या दूर होती है।2. चुकंदर का सेवन शरीर में खून की मात्रा बढ़ाता है, इसलिए महिलाओं के लिए ये किसी वरदान से कम नहीं है।3. चुकंदर का सेवन सलाद व जूस के रूप में करना काफी फायदेमंद होता है। इसमें आयरन, पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, विटामिन डी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं।4. आयुर्वेद में बताया गया है कि यह खून तो बढ़ाता ही है, साथ ही पेशाब संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है।5. चुकंदर में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जिस वजह से ये कब्ज और बवासीर की तकलीफ को दूर करने में सहायक होता है।6. चुकंदर का सेवन शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकाल देता है और इस कारण रक्त साफ हो जाता है।7. इसे नियमित खाया जाए तो ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है।8. चुकंदर शरीर में कैल्शियम को बढ़ाता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
पुदीने का तेल- इस तेल में एंटी इंफ्लैमटरी गुण होते हैं जो सिर दर्द में आपको राहत दे सकते हैं। इसकी कुछ बूंदे जीभ पर रखने और कुछ अपने सिर पर लगा कर मालिश करने से माइग्रेन से आराम मिलता है।