योजना प्लान बनाने से पहले सपने और ‘लक्ष्य’ दो खास चरण होते है. जिन पर आदमी को सबसे पहले मजबूत होना पड़ता है l लेकिन बिना योजना के केवल सपने देखना एक प्रकार से खयाली पुलाव होता है. कोई भी गोल तब तक नहीं पाया जा सकता जब तक कि एक पक्की सुनिश्चित कार्य योजना न बना ली जाये सफलता के लिए पक्की कार्य योजना और timeline का होना बहुत जरुरी है कोई भी व्यक्ति नाकामयाब तभी होता है जब उसकी योजना नाकामयाब हो जाती है आदमी तब तक नाकामयाब नहीं हो सकता जब तक की उसकी योजना दुरुस्त है l विशेषज्ञो का कहना है कि हम अपना भविष्य बनाने की अपेक्षा अपनी छुट्टियां बिताने के लिय कहीं ज्यादा प्लानिंग करते है। कामयाबी के लिए योजनाओ का पक्का इरादा होना सबसे खास सूत्र हैl जब तक आपको यह मालूम नहीं होगा कि आपको कहा जाना है या कहानी पहुचना है तब तक आपका सफ़र खत्म नहीं होगा l आप यु ही भटकते रहेगे l इस तरह हर लक्ष्य तक पहुचने के लिया योजनाओ का तय होना बहुत जरुरी है है l हमारे धार्मिक गुरुओ का कहना है कि हम जो प्रार्थना करते है या जो ईश्वर से मांगते है वह इसलिए नहीं होता है कि वह चीज हमें एकदम से मिल जाए, बल्कि वह इसलिय होता है कि ईश्वर हमे उस चीज को पाने के लिए उर्जा दे, शक्ति दे, विचार दे, योजनाए दे, जिससे हमें वह चीज हासिल करने में सक्षम हो सकें।
PRAVEEN CHOPRA