गीता ,गंगा, गायत्री और गुरू-ये चार ‘ग’ है , इन्हे जिसने भी सच्चे हृदय से आत्मा में धारण कर लिया, पुनर्जन्म न विधये - उसका फिर मोक्ष हो ही जाएगा, पूर्ण भक्ति हो ही जाएगी ,फिर जन्म लेकर बार-बार दुनिया में सुख-दुख ,मोहमाया को भोगना नही पडेगा,अर्थात अगर अपना कल्याण करने की कामना हमारे हृदय में है तो गीता,गंगा,गायत्री और गुरू को अपने हृदय में बसा लो ।
PRAVEEN CHOPRA