तीन प्रकार की माताएं मानी गयी हैं। प्रथम माता -जिसने जन्म दिया ,दूसरी गौ माता जो अपनी मां के पष्चात् दूसरे नम्बर पर आती है । तीसरी पृथ्वी माता जिनकी गोद में सारा जीवन व्यतीत होता है । माता षब्द इतना ममतापूर्ण है कि यह षब्द आते ही सिर श्रद्धा से झुक जाता है ,क्योंकि मातापूजनीय होती है। चूंकि सुबह उठते ही पृथ्वी माता के दर्षन होते है और अपना पैर उनकी गोद में रखते हैं अतः पृथ्वी माता को प्रणाम करना चाहिए । यह माता अपने पुत्ररूपी समस्त प्राणियों का भार भी सहन करती है और अन्न उपजाकर भरण -पोशण भी करती है, इसलिए सदैव पूज्यनीय है ।
PRAVEEN CHOPRA