सौर मण्डल में अपनी धुरी पर परिक्रमा करना ही सूर्य की गति है । सूर्य हमसे बहुत दूर है । उसकी किरणें ही हम तक पहुंचती हैं । सूर्य की ये सप्तवर्ण किरणों को ही हिन्दू धर्म ने अंलकारिक भाशा में सूर्य के सात घोड़ों की उपाधि दी है । इस संसार में भी इन्हीं सात रंगों के मिश्रण से हजारों रंग बनते हैं ।
PRAVEEN CHOPRA